मैं क्रिकेट नहीं देखता, कभी बीस साल पहले थोड़ा देख लिया करता था, तब भी क्रिकेट देखने की वजह मेरा पसंदीदा खिलाड़ी विवियन रिचर्डस था, क्रिकेट न देखने की बड़ी वजह ये है कि जिसे आप टीम इंडिया कहते हैं वो क़ानूनी तौर पर टीम BCCI है, भारत देश की टीम नहीं है !
BCCI ने आरम्भ से अपने आपको बड़ी चतुराई से किसी भी सरकारी नियंत्रण से मुक्त रखा है, जबकि BCCI करोड़ों रुपयों की मनोरंजन कर में छूट सरकार से ही लेती है, इसके अलावा लीज़ पर ज़मीनें, और दूसरी और BCCI इनकम टेक्स, कस्टम ड्यूटी और अन्य कई प्रकार की छूट सरकार से ही लेती है, और हर छोटे बड़े खेल आयोजन पर सुरक्षा और अन्य नागरिक सुविधाओं की ज़िम्मेदार भी सरकार ही उठाती आयी है !
https://www.indiatoday.in/magazine/india/story/20130610-how-indian-cricket-is-controlled-bcci-srinivasan-meiyappan-763934-1999-11-30
BCCI बोले तो राजनेताओं और पूंजीपतियों जैसे मगरमच्छों के गठबंधन से खड़ा किया गया स्वायत्त बोर्ड, जो न भारत सरकार के खेल मंत्रालय के अधीन है, ना भारतीय खेल अधिनियम के ना भारतीय ओलंपिक संघ से और ना ही आरटीआई के दायरे में आता है !
BCCI को कोई अधिकार नहीं है कि वो एक स्वायत्त बोर्ड द्वारा चयनित टीम को टीम इंडिया का नाम दे :-
https://www.thehindubusinessline.com/2004/10/01/stories/2004100103330400.htm
यही एक ऐसा खेल है जिसमें भारत के खेल मंत्रालय की कोई भूमिका नहीं होती, भारतीय ओलंपिक संघ से कोई मतलब नहीं होता, पर भारत सरकार से छूट और सुविधाएं सारी ली जाती हैं, यहां तक कि स्टेडियम से लेकर टिकट पर टैक्स तक की करोड़ों की रकम BCCI हर मैच में चाट जाती है !
इसी BCCI ने क्रिकेट को बेचने के लिए इसे टीम इंडिया का नाम देकर इस को राष्ट्रवाद से जोड़ा, और उसके बाद इसके IPL T-20 जैसे वर्जन लाकर जमकर बेचा और तगड़ा मुनाफा कूटा !
जब भी BCCI को 'टीम इंडिया' शब्द प्रयोग करने से रोकने, भारतीय खेल अधिनियम और आरटीआई के अंतर्गत लाने की बात उठती है तो संसद में मौजूद सियासी घाघ जो BCCI में पदों पर बैठकर मलाई खा रहे हैं, फौरन विरोध करने एकजुट हो जाते हैं !
राजनेताओं और पूंजीपतियों के गठबंधन से खड़े किए गए आॅटोनोमस बोर्ड BCCI द्वारा खड़ी की गई टीम को मैं कभी टीम इंडिया नहीं कहूंगा !
एक इसी लिए मैंने टीम BCCI के मैच देखना बंद कर दिये हैं, जब 'टीम इंडिया' खेलेगी तो देखूंगा ज़रूर, तब तक देशद्रोही ही सही !!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें