शनिवार, 4 जून 2011

अन्ना से समाज सेवा की A B C तो सीख लेते पहले...बाबा...!!

काश पहले  आप अन्ना हजारे की बात मान लेते...बाबा...
उन्होंने कहा था की सरकार  धोखा  दे  देगी....बाबा ..

अन्ना से समाज सेवा की  A B C   तो सीख लेते   पहले...बाबा...
योग सिखाने में और समाज सेवा  में दिन रात का फर्क है.....बाबा...

आपने पहले भीड़ को इकठ्ठा किया, फिर मंच पे पधारे . . ..बाबा....
अन्ना  अकेले आकर मंच पर बैठा था....भीड़ बाद में खिंची  .....बाबा...

आपने मीडिया को दो दिन पहले  न्योता  दे बुला बैठाया .....बाबा....

मीडिया को अन्ना की , दो दिन बाद याद आयी थी ...बाबा.....
आप कभी वायु यान में, कभी  फाइव स्टार  में नेताओं से  अकेले मिले.....बाबा..

अन्ना का "प्रतिनिधिमंडल  " नेताओं से  मंत्रणा हेतु जाता था.....बाबा...
और एक वो अन्ना था जो मंच से न हिला था ......बाबा.....

अन्ना के मंच से उमा भारती  को लोगों ने खदेड़ा था.....बाबा.....
और एक आप हो.....कैसे कैसों  का समर्थन ले रहे हो .....बाबा......

काले धन पर  आपकी फुफकार से हम तो खुश हुए थे......बाबा....
पर आपने  धोखा खाया, धोखा दिया, किसने खाया , किसको दिया...बाबा...

हम तो  इन हथकंडों से एकदम भरमा गए, , चकरा  गए .....बाबा....
आप को राजनीति में आना ही है तो  ज़रूर आओ ना......बाबा....

पर भीड़ इकट्ठी कर के लोगों को  यूं ना भरमाओ  ना ......बाबा....!!



(मेरी ही कलम से.....दिनांक  : 5 जून '2011)

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