फेसबुक पर वो भी क्या दिन थे ..जब यहाँ किसी प्रकार का
कोई राजनैतिक ग्रुप नहीं था...सभी यूज़र आपस में हंसी ठिठोली करते थे, शेरो
शायरी करते थे, फोटो शेयर करते थे, एक दूसरे से सुख दुःख बांटते थे, जमकर
जश्न होता था...बुरा हो इस IAC ग्रुप का...जिसने यहाँ क़दम रखा...और इसके
बाद तो जैसे होड़ लग गयी, पे-दर-पे ...एक के बाद एक ग्रुप और पेज खुलने शुरू
हुए ...तो अभी तक पान बीडी के खोमचों की तरह रोज़ ही एक दो खुलते ही रहते
हैं, देशभक्ति का बुखार सा चढ़ आया.....शरीर देशभक्ति से तपने लगे हैं...अब
रोज़ यहाँ जोशीले नारे लगते हैं !
आन लाइन होते ही यहाँ रोज़ सैंकड़ों डिजिटल क्रांतिकारी पैदा होते हैं, और लोग आउट करते ही गायब हो जाते हैं, अब फेसबुक पर किसी भी यूज़र को इधर उधर नहीं देखने दिया जा रहा, ना ही कुछ ज्यादा सोचने दिया जा रहा है, ..देश खतरे में जो है...हर यूज़र अपने मित्र को किसी भी राजनैतिक ग्रुप में घसीट लाता है, और उस से जय कारे लगवाता है...रोज़ इस डिजिटल दुनिया में ...जिसमें फेसबुक के साथ ट्वीटर भी शामिल है...पर लाखों यूज़र ...और अलग अलग ग्रुप के सदस्य और राजनैतिक दलों के समर्थक ....आमने सामने होते हैं...जमकर लठैती होती है...दलों और नेताओं के समर्थकों में कुश्ती कबड्डी होना रोज़ की बात है..सोशल साइट्स एक अखाड़े में तब्दील हो गया है....देश खतरे में जो है...ज़रा भी चूके ...कि देश का बंटा धार ...इसी लिए...लगे रहिये...देश फेसबुक - ट्वीटर से ही तो चल रहा है....झूझिये देश को बचाने के लिए ..क्रान्ति... बस होने ही वाली है....चूकिएगा नहीं....देश खतरे में जो है...!!
आन लाइन होते ही यहाँ रोज़ सैंकड़ों डिजिटल क्रांतिकारी पैदा होते हैं, और लोग आउट करते ही गायब हो जाते हैं, अब फेसबुक पर किसी भी यूज़र को इधर उधर नहीं देखने दिया जा रहा, ना ही कुछ ज्यादा सोचने दिया जा रहा है, ..देश खतरे में जो है...हर यूज़र अपने मित्र को किसी भी राजनैतिक ग्रुप में घसीट लाता है, और उस से जय कारे लगवाता है...रोज़ इस डिजिटल दुनिया में ...जिसमें फेसबुक के साथ ट्वीटर भी शामिल है...पर लाखों यूज़र ...और अलग अलग ग्रुप के सदस्य और राजनैतिक दलों के समर्थक ....आमने सामने होते हैं...जमकर लठैती होती है...दलों और नेताओं के समर्थकों में कुश्ती कबड्डी होना रोज़ की बात है..सोशल साइट्स एक अखाड़े में तब्दील हो गया है....देश खतरे में जो है...ज़रा भी चूके ...कि देश का बंटा धार ...इसी लिए...लगे रहिये...देश फेसबुक - ट्वीटर से ही तो चल रहा है....झूझिये देश को बचाने के लिए ..क्रान्ति... बस होने ही वाली है....चूकिएगा नहीं....देश खतरे में जो है...!!
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