हाहाकारी समाचार.....अब आने वाले दिनों में किरकिट
अनाथ हो जाने वाला है, दिल थाम कर रहिये...किरकिट के नाथ ने हाथ ऊंचे कर
दिए हैं...और किरकिट को अनाथ कर चल दिए हैं...या खुदा....अब इस देश का क्या
होगा...? कहीं किरकिट के भगवान् के संन्यास की खबर सुन कर चाइना या
पाकिस्तान हमला नहीं कर दे...? या फिर शायद ओबामा की भी रुलाई फूट पड़े, या
फिर किसी राज्य की सरकार ही न गिर जाए, सेंसेक्स धड़ाम से आ न आ गिरे,
विश्व में एक मिनट का मौन न हो जाये, या फिर कहीं कोई किरकिट प्रेमी
वानखेड़े स्टेडियम में हाराकिरी न कर ले !
अथाह पैसों के ढेर पर पर बैठी निरंकुश बीसीसीआई ने अपनी तिजोरी भरने के लिए क्रिकेट प्रेम के नाम पर जनता को बाज़ार का हिस्सा बना दिया गया है. क्रिकेट को एक उत्पाद की तरह से बेचा जाने लगा है...और क्रिकेट खिलाडियों को स्टार और आइकन बनाया जा रहा है..एक शतक लगाते या किस मैच में दो-चार विकेट लेते ही मिडिया और उसके पेड एक्सपर्टस किसी खिलाड़ी की तुलना इतिहास के महान खिलाडियों से करने लगते हैं और विज्ञापन के दरवाज़े उनके वास्ते अपने आप ही खुलने लग जाते हैं ! IPL की खेल और खिलाडी मण्डी में खिलाडी नीलाम होते हैं..अपने आकाओं के इशारों पर मैदान में अपने अपने हुनर दिखाते हैं...जिस में फिक्सिंग भी शामिल है....यह भी किरकिट ही है....जहाँ धोनी भी फिक्सिंग पर अपने इंडिया सीमेंट वाले बॉस के खिलाफ मुंह खोलते डरते हैं...और फिक्सिंग के सवाल पर मीडिया के सामने बेशर्म बन कर चुप रहते हैं...और तो और किरकिट के भगवान् भी फिक्सिंग पर फुस्स करके रह जाते हैं....यह भी किरकिट ही है...जिसे देश की जनता की नसों में देश प्रेम के नाम पर ठूंस दिया गया है...और हर जायज़ और नाजायज़ हथकंडों से इसे बेच कर तगड़ा मुनाफा कमाया जा रहा है...यहाँ तक कि दाऊद तक के वारे न्यारे हो रहे हैं....यह भी किरकिट ही है !
अब तो लगने लगा है कि ...कभी महा शतक पर पूरे देश को महा आंदोलित करने वाले कार्पोरेट घराने और TRP और बाज़ार की मारी मीडिया अब महा विदाई का महा कवरेज कर देश की जनता को रुला कर ही छोड़ेगी, कोई बात नहीं आखिर किरकिट के भगवान् रिटायर्ड हो गए हैं...और अब इस अनाथ खेल और किरकिट के भगवान् के लिए दो आंसू तो बनते ही हैं, ...क्या कहा...? देश के बाक़ी खेल ? हा हा हा...अमां मियां जाओ होश की बातें करो ...भाड़ में जाएँ यह सब...किरकिट ज़िंदाबाद...किरकिट के रिटायर्ड भगवान् ज़िंदाबाद ..और श्रीनिवासन ज़िंदाबाद....निरंकुश बीसीसीआई ज़िंदाबाद !
अथाह पैसों के ढेर पर पर बैठी निरंकुश बीसीसीआई ने अपनी तिजोरी भरने के लिए क्रिकेट प्रेम के नाम पर जनता को बाज़ार का हिस्सा बना दिया गया है. क्रिकेट को एक उत्पाद की तरह से बेचा जाने लगा है...और क्रिकेट खिलाडियों को स्टार और आइकन बनाया जा रहा है..एक शतक लगाते या किस मैच में दो-चार विकेट लेते ही मिडिया और उसके पेड एक्सपर्टस किसी खिलाड़ी की तुलना इतिहास के महान खिलाडियों से करने लगते हैं और विज्ञापन के दरवाज़े उनके वास्ते अपने आप ही खुलने लग जाते हैं ! IPL की खेल और खिलाडी मण्डी में खिलाडी नीलाम होते हैं..अपने आकाओं के इशारों पर मैदान में अपने अपने हुनर दिखाते हैं...जिस में फिक्सिंग भी शामिल है....यह भी किरकिट ही है....जहाँ धोनी भी फिक्सिंग पर अपने इंडिया सीमेंट वाले बॉस के खिलाफ मुंह खोलते डरते हैं...और फिक्सिंग के सवाल पर मीडिया के सामने बेशर्म बन कर चुप रहते हैं...और तो और किरकिट के भगवान् भी फिक्सिंग पर फुस्स करके रह जाते हैं....यह भी किरकिट ही है...जिसे देश की जनता की नसों में देश प्रेम के नाम पर ठूंस दिया गया है...और हर जायज़ और नाजायज़ हथकंडों से इसे बेच कर तगड़ा मुनाफा कमाया जा रहा है...यहाँ तक कि दाऊद तक के वारे न्यारे हो रहे हैं....यह भी किरकिट ही है !
अब तो लगने लगा है कि ...कभी महा शतक पर पूरे देश को महा आंदोलित करने वाले कार्पोरेट घराने और TRP और बाज़ार की मारी मीडिया अब महा विदाई का महा कवरेज कर देश की जनता को रुला कर ही छोड़ेगी, कोई बात नहीं आखिर किरकिट के भगवान् रिटायर्ड हो गए हैं...और अब इस अनाथ खेल और किरकिट के भगवान् के लिए दो आंसू तो बनते ही हैं, ...क्या कहा...? देश के बाक़ी खेल ? हा हा हा...अमां मियां जाओ होश की बातें करो ...भाड़ में जाएँ यह सब...किरकिट ज़िंदाबाद...किरकिट के रिटायर्ड भगवान् ज़िंदाबाद ..और श्रीनिवासन ज़िंदाबाद....निरंकुश बीसीसीआई ज़िंदाबाद !
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