हमारे देश में सोशल मीडिया का चेहरा अचानक से बदलने
लगा है, देखने में आ रहा है कि यहाँ धीरे धीरे साम्प्रदायिक और चरमपंथी
संगठनो और उनसे जुड़े लोगों का जमावड़ा बढ़ने लगा है, ये लोग इस मंच को एक
घृणा का माध्यम और एक हथियार के रूप में प्रयोग करने लगे हैं, और अपनी
घृणित योजनाएं और युवाओं को ब्रेन वाश करने का जरिया भी बना रहे हैं, और
सोशल मीडिया पर कई जगह धार्मिक भावनाए भड़काने वाली पोस्ट और फोटो नज़र आना
आम बात हो गयी है !
यह साम्प्रदायिक और चरमपंथी जो कुछ भी इस मंच पर कर रहे हैं, वो कहीं न कहीं देश की अखंडता और हमारे आपसी सौहार्द के लिए हानिकारक है, जर्मनी में भी यही कहानी दोहराई जा रही है, यहाँ जर्मन नवनाजी इस मंच का जमकर दुरूपयोग कर रहे हैं, मगर वहां अब इस पर नकेल कसनी शुरू हो चुकी है ..देखिये यह लिंक :-
http://www.dw.de/%E0%A4%B8%E0%A5%8B%E0%A4%B6%E0%A4%B2-%E0%A4%AE%E0%A5%80%E0%A4%A1%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%AA%E0%A4%B0-%E0%A4%A8%E0%A4%B5%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%A8%E0%A4%9C%E0%A4%B0/a-16941520
हमारे देश में कई बार कई जगह सोशल मीडिया पर आपत्ति जनक पोस्ट/सामग्री के खिलाफ उपद्रव/प्रदर्शन हुए हैं, और गाहे बगाहे जारी भी हैं, अब क्या यह ज़रूरी नहीं लगता कि सोशल मीडिया पर ऐसे दक्षिणपंथी और साम्प्रदायिक संगठनो और उनसे जुड़े लोगों पर नकेल कसने के लिए कुछ प्रावधान लाना चाहिए ! इन्टरनेट के इस मायाजाल से निबटने के लिए न सिर्फ राष्ट्रिय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोशिशें करनी होंगी, फेसबुक, ट्वीटर और गूगल जैसे प्रदाताओं से सहयोग लेना होगा, अभी हाल ही में बोधगया ब्लास्ट के बाद इन्डियन मुजाहिदीन के ट्वीटर एकाउंट का पाक कनेक्शन इस बात का सबूत है, कि इस समस्या को राष्ट्रिय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोशिश कर जल्दी ही काबू में लाना होगा, कोई हल निकालना होगा !
मैं क्या आप में से कोई भी इस सोशल मीडिया पर पूर्ण अंकुश या प्रतिबन्ध के पक्ष में बिलकुल नहीं होंगे...बल्कि प्रावधान ऐसा हो कि पूरा नियंत्रण न होकर ऐसी हरकतों और लोगों/संगठनो पर अंकुश लग सके, और इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि आम आदमी की अभिव्यक्ति की आज़ादी को भी चोट नहीं पहुंचे, कुछ ऐसा प्रावधान ऐसी नकेल जिससे आपत्तिजनक, सांप्रदायिक और चरमपंथी गतिविधियों में लिप्त लोगों और संगठनो पर कड़ी नज़र रखी जा सके, उनको धरा जा सके और दण्डित किया जा सके, ताकि आप और हम इस नायाब मंच का सदुपयोग कर सकें !!
यह साम्प्रदायिक और चरमपंथी जो कुछ भी इस मंच पर कर रहे हैं, वो कहीं न कहीं देश की अखंडता और हमारे आपसी सौहार्द के लिए हानिकारक है, जर्मनी में भी यही कहानी दोहराई जा रही है, यहाँ जर्मन नवनाजी इस मंच का जमकर दुरूपयोग कर रहे हैं, मगर वहां अब इस पर नकेल कसनी शुरू हो चुकी है ..देखिये यह लिंक :-
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हमारे देश में कई बार कई जगह सोशल मीडिया पर आपत्ति जनक पोस्ट/सामग्री के खिलाफ उपद्रव/प्रदर्शन हुए हैं, और गाहे बगाहे जारी भी हैं, अब क्या यह ज़रूरी नहीं लगता कि सोशल मीडिया पर ऐसे दक्षिणपंथी और साम्प्रदायिक संगठनो और उनसे जुड़े लोगों पर नकेल कसने के लिए कुछ प्रावधान लाना चाहिए ! इन्टरनेट के इस मायाजाल से निबटने के लिए न सिर्फ राष्ट्रिय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोशिशें करनी होंगी, फेसबुक, ट्वीटर और गूगल जैसे प्रदाताओं से सहयोग लेना होगा, अभी हाल ही में बोधगया ब्लास्ट के बाद इन्डियन मुजाहिदीन के ट्वीटर एकाउंट का पाक कनेक्शन इस बात का सबूत है, कि इस समस्या को राष्ट्रिय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोशिश कर जल्दी ही काबू में लाना होगा, कोई हल निकालना होगा !
मैं क्या आप में से कोई भी इस सोशल मीडिया पर पूर्ण अंकुश या प्रतिबन्ध के पक्ष में बिलकुल नहीं होंगे...बल्कि प्रावधान ऐसा हो कि पूरा नियंत्रण न होकर ऐसी हरकतों और लोगों/संगठनो पर अंकुश लग सके, और इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि आम आदमी की अभिव्यक्ति की आज़ादी को भी चोट नहीं पहुंचे, कुछ ऐसा प्रावधान ऐसी नकेल जिससे आपत्तिजनक, सांप्रदायिक और चरमपंथी गतिविधियों में लिप्त लोगों और संगठनो पर कड़ी नज़र रखी जा सके, उनको धरा जा सके और दण्डित किया जा सके, ताकि आप और हम इस नायाब मंच का सदुपयोग कर सकें !!
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