(सबसे पहले स्पष्टीकरण कि इस ब्लॉग से किसी बाबा,
मुल्ला, संत, नेता, मंत्री, संत्री, जाति, धर्म, फेकू, पप्पू ,गप्पू, या
किसी पार्टी से पास या दूर तक का कोई लेना देना नहीं है - शर्तें लागू)
एक फेसबुक यूज़र होने के नाते कई बार नोट किया है कि फेसबुक पोस्ट पर प्रात: काल 4 से 6 बजे के बीच भी काफी कमेन्ट और लाइक देखे जाते रहे हैं, भले ही यह Time zone का लोचा हो, मगर अपने देसी हिसाब से तो यह प्रात:काल ही हुआ, और उसी हिसाब से इस विशेष समय को लेकर हम कई बार कन्फ्यूजिया भी गए....हमारी समझदानी में खलबली हुई....और उसी खलबली के दौरान कई प्रश्न इकठ्ठे होकर खली के रूप में सामने खड़े हो गए....और इन सभी प्रश्नों की पोटली लादे हमारे एक चरित्र फेसबुकिये Cool Dude निकल चले :-
यह कूल डूड 2500/-रु. की रसीद कटा कर पहुँच गए सीधे डेढ़ आँख वाले लफंदर बाबा के दरबार में, वहां लफंदर दरबार शबाब पर था...बाबा ऊंचे सजे हुए आसन पर विराजमान थे, और हाथ उठा उठा कर कृपा बरसा रहे थे, कुछ देर में कूल डूड का नंबर आया...चार पांच मुस्टंडे बाड़ी गार्डों ने उन्हें तीन तरफ से घेर लिया...और उनके हाथ में माइक थमा दिया, अब आप पूछेंगे कि चौथी तरफ से क्यों नहीं घेरा...तो भाई...चौथी तरफ से तो लफंदर बाबा को संबोधित करना जो था...खैर ...कूल डूड ने लफंदर बाबा को नमस्कार किया....और बोला :-
प्रणाम बाबा ! में आपको अपने पिछले अनुभव बताने यहाँ दरबार में आया हूँ...अगर बाबा की आज्ञा हो तो बोलूँ ?
लफंदर बाबा :- अवश्य बोलो बच्चा !
कूल डूड :- बाबा पिछली बार मैं आपके पास आया था और आपसे निवेदन किया था कि मेरा फेसबुक अकाउंट है....मगर न तो ज्यादा मित्र बनते हैं...और ना ही मेरी किसी भी पोस्ट पर मित्रों के लाइक या कमेन्ट आते हैं...मैं खुद ही तीन चार फर्जी प्रोफाइल बनाकर अपनी ही पोस्ट को लाइक करता और कमेन्ट करता था... तब आपने मुझ पर कृपा की थी....और मेरी फेसबुकिया ज़िन्दगी संवर गयी बाबा, जमकर कमेन्ट और लाइक आ रहे हैं, अब मैंने अपने तीनो फर्जी प्रोफाइल भी डिलीट कर दिए हैं बाबा...!
लफंदर बाबा कुछ नहीं बोले...केवल उनकी गर्दन और ऊंची हो गयी और कृत्रिम मुस्कराहट होंठों पर खिंच गयी.....उन्होंने अपना हाथ कृपा बरसाने के लिए उठाया ही था कि कूल डूड ने फिर मुंह खोला...और बोला :- मगर एक समस्या है बाबा !!
लफंदर बाबा :- बोलो बच्चा ...
कूल डूड : - मेरी मित्र सूची में महिला मित्रों की संख्या बहुत कम है बाबा ...कोई उपाय बताइये !
लफंदर बाबा :- यह बताओ ...तुम्हारा मानीटर LCD है, या वही पुराना वाला बक्सा ?
कूल डूड :- LCD है बाबा !
लफंदर बाबा :- हूँ.....तुम्हारा माउस wire less तो नहीं है...समझ रहे हो न...बिना तार वाला ?
कूल डूड :- नहीं बाबा ...तार वाला है !
लफंदर बाबा :- इन्टरनेट कौनसा वाला है....MTS, Airtel, Reliance, Docomo या MTNL ?
कूल डूड :- BSNL का है बाबा !
लफंदर बाबा :- फेसबुक सोफे पर बैठ कर चलाते हो या कुर्सी पर ?
कूल डूड :- पिछली बार आपके लफंदर दरबार की फीस के चक्कर में कुर्सी बेच डाली थी बाबा....अब एक लकड़ी का स्टूल है, उसी पर उकडू बैठ कर फेसबुक चलता हूँ बाबा !
लफंदर बाबा :- यह बताओ सुबह उठते ही सबसे पहला काम क्या करते हो ?
कूल डूड :- सीधा कम्प्युटर पर टूट पड़ता हूँ बाबा....और फेसबुक खोल कर अपने notifications , कमेन्ट और लाइक देखता हूँ बाबा !
लफंदर बाबा का कृपया के लिए उठा हाथ 45 डिग्री के एंगल पर काफी देर से रुका हुआ था ...और दर्द करने लगा था...इसी बीच किसी मच्छर ने उनके चूड़ी दार पायजामे के नीचे खुली एडी मैं शरारत कर डाली, बाबा का उठा हुआ हाथ अचानक से नीचे आया और उन्होंने अपने पाँव का जूता निकाल लिया...पाँव खुजाने के लिए...कूल डूड...बेचारा घबरा कर लडखडाया ..मगर तीनो और से घेरे खड़े बाडी गार्डों ने उसको पकड़ कर सीधा खड़ा कर दिया...जब बाबा अपनी एडी खुजा कर संतुष्ट हुए तो ...उन्होंने अगला सवाल दाग दिया...>
लफंदर बाबा :- यह बताओ जब फेसबुक आन करते हो तो क्या पूरे कपडे में होते हो...?
कूल डूड :- नहीं बाबा कभी लुंगी...कभी पायजामा तो कभी सिर्फ कच्छे में ही शुरू हो जाता हूँ !
लफंदर बाबा : - ह्म्म्म अच्छा यह बताओ वो पायजामा ...नाड़े वाला होता है, या इलास्टिक वाला ?
कूल डूड :- दोनों नहीं होते बाबा....पायजामे पर बेल्ट बाँध कर काम चलाता हूँ !
लफंदर बाबा का कृपा वाला हाथ फिर से 45 डिग्री के एंगल पर आकर रुक गया था...मगर 90 डिग्री तक के सफ़र में लफंदर बाबा को इस कूल डूड ने पसीना पसीना कर दिया था...फिर अन्दर से घबराये लफंदर बाबा ने कूल डूड से पूछा ..
लफंदर बाबा :- ह्म्म्म्म ...यह मुझे लोटा और टोंटी क्यों नज़र आ रही है ? आँख खुलते ही सबसे पहला काम क्या करते हो ?
कूल डूड :- वही ....फेसबुक बाबा !
लफंदर बाबा :- नहीं.....बच्चा....पहले शौचालय फिर फेसबुक ! नहाइये धोइये ...फिर शुरू होइये ...(अब बाबा के हाथ का एंगल बढ़ने लगा था)
कूल डूड :- जैसी आज्ञा बाबा !
लफंदर बाबा :- एक बात और.....
कूल डूड :- जी बाबा जी ...
लफंदर बाबा :- फेसबुक आन करने से पहले Deo स्प्रे ज़रूर लगाना ! और वो भी Musk वाला, Musk नहीं हो तो लेवेंडर भी चलेगा...लड़कियों को यही दोनों ज्यादा पसंद हैं, कृपा अवश्य होगी !
कूल डूड :- अवश्य बाबा .....!
और अंत में लाफ्रंदर बाबा का हाथ पूरे 90 डिग्री के एंगल पर आया और उन्होंने कृपा उस कूल डूड की और फेंकी.....जिसे लपक कर वो पीछे कुर्सी पर जाकर बैठ गया....और अपना खाली पर्स खोल लिया....ताकि...इधर उधर से आ रही कृपा से उसका बटुवा भर जाए....और अगले लफंदर दरबार में आने की फीस का जुगाड़ हो जाए !
एक फेसबुक यूज़र होने के नाते कई बार नोट किया है कि फेसबुक पोस्ट पर प्रात: काल 4 से 6 बजे के बीच भी काफी कमेन्ट और लाइक देखे जाते रहे हैं, भले ही यह Time zone का लोचा हो, मगर अपने देसी हिसाब से तो यह प्रात:काल ही हुआ, और उसी हिसाब से इस विशेष समय को लेकर हम कई बार कन्फ्यूजिया भी गए....हमारी समझदानी में खलबली हुई....और उसी खलबली के दौरान कई प्रश्न इकठ्ठे होकर खली के रूप में सामने खड़े हो गए....और इन सभी प्रश्नों की पोटली लादे हमारे एक चरित्र फेसबुकिये Cool Dude निकल चले :-
यह कूल डूड 2500/-रु. की रसीद कटा कर पहुँच गए सीधे डेढ़ आँख वाले लफंदर बाबा के दरबार में, वहां लफंदर दरबार शबाब पर था...बाबा ऊंचे सजे हुए आसन पर विराजमान थे, और हाथ उठा उठा कर कृपा बरसा रहे थे, कुछ देर में कूल डूड का नंबर आया...चार पांच मुस्टंडे बाड़ी गार्डों ने उन्हें तीन तरफ से घेर लिया...और उनके हाथ में माइक थमा दिया, अब आप पूछेंगे कि चौथी तरफ से क्यों नहीं घेरा...तो भाई...चौथी तरफ से तो लफंदर बाबा को संबोधित करना जो था...खैर ...कूल डूड ने लफंदर बाबा को नमस्कार किया....और बोला :-
प्रणाम बाबा ! में आपको अपने पिछले अनुभव बताने यहाँ दरबार में आया हूँ...अगर बाबा की आज्ञा हो तो बोलूँ ?
लफंदर बाबा :- अवश्य बोलो बच्चा !
कूल डूड :- बाबा पिछली बार मैं आपके पास आया था और आपसे निवेदन किया था कि मेरा फेसबुक अकाउंट है....मगर न तो ज्यादा मित्र बनते हैं...और ना ही मेरी किसी भी पोस्ट पर मित्रों के लाइक या कमेन्ट आते हैं...मैं खुद ही तीन चार फर्जी प्रोफाइल बनाकर अपनी ही पोस्ट को लाइक करता और कमेन्ट करता था... तब आपने मुझ पर कृपा की थी....और मेरी फेसबुकिया ज़िन्दगी संवर गयी बाबा, जमकर कमेन्ट और लाइक आ रहे हैं, अब मैंने अपने तीनो फर्जी प्रोफाइल भी डिलीट कर दिए हैं बाबा...!
लफंदर बाबा कुछ नहीं बोले...केवल उनकी गर्दन और ऊंची हो गयी और कृत्रिम मुस्कराहट होंठों पर खिंच गयी.....उन्होंने अपना हाथ कृपा बरसाने के लिए उठाया ही था कि कूल डूड ने फिर मुंह खोला...और बोला :- मगर एक समस्या है बाबा !!
लफंदर बाबा :- बोलो बच्चा ...
कूल डूड : - मेरी मित्र सूची में महिला मित्रों की संख्या बहुत कम है बाबा ...कोई उपाय बताइये !
लफंदर बाबा :- यह बताओ ...तुम्हारा मानीटर LCD है, या वही पुराना वाला बक्सा ?
कूल डूड :- LCD है बाबा !
लफंदर बाबा :- हूँ.....तुम्हारा माउस wire less तो नहीं है...समझ रहे हो न...बिना तार वाला ?
कूल डूड :- नहीं बाबा ...तार वाला है !
लफंदर बाबा :- इन्टरनेट कौनसा वाला है....MTS, Airtel, Reliance, Docomo या MTNL ?
कूल डूड :- BSNL का है बाबा !
लफंदर बाबा :- फेसबुक सोफे पर बैठ कर चलाते हो या कुर्सी पर ?
कूल डूड :- पिछली बार आपके लफंदर दरबार की फीस के चक्कर में कुर्सी बेच डाली थी बाबा....अब एक लकड़ी का स्टूल है, उसी पर उकडू बैठ कर फेसबुक चलता हूँ बाबा !
लफंदर बाबा :- यह बताओ सुबह उठते ही सबसे पहला काम क्या करते हो ?
कूल डूड :- सीधा कम्प्युटर पर टूट पड़ता हूँ बाबा....और फेसबुक खोल कर अपने notifications , कमेन्ट और लाइक देखता हूँ बाबा !
लफंदर बाबा का कृपया के लिए उठा हाथ 45 डिग्री के एंगल पर काफी देर से रुका हुआ था ...और दर्द करने लगा था...इसी बीच किसी मच्छर ने उनके चूड़ी दार पायजामे के नीचे खुली एडी मैं शरारत कर डाली, बाबा का उठा हुआ हाथ अचानक से नीचे आया और उन्होंने अपने पाँव का जूता निकाल लिया...पाँव खुजाने के लिए...कूल डूड...बेचारा घबरा कर लडखडाया ..मगर तीनो और से घेरे खड़े बाडी गार्डों ने उसको पकड़ कर सीधा खड़ा कर दिया...जब बाबा अपनी एडी खुजा कर संतुष्ट हुए तो ...उन्होंने अगला सवाल दाग दिया...>
लफंदर बाबा :- यह बताओ जब फेसबुक आन करते हो तो क्या पूरे कपडे में होते हो...?
कूल डूड :- नहीं बाबा कभी लुंगी...कभी पायजामा तो कभी सिर्फ कच्छे में ही शुरू हो जाता हूँ !
लफंदर बाबा : - ह्म्म्म अच्छा यह बताओ वो पायजामा ...नाड़े वाला होता है, या इलास्टिक वाला ?
कूल डूड :- दोनों नहीं होते बाबा....पायजामे पर बेल्ट बाँध कर काम चलाता हूँ !
लफंदर बाबा का कृपा वाला हाथ फिर से 45 डिग्री के एंगल पर आकर रुक गया था...मगर 90 डिग्री तक के सफ़र में लफंदर बाबा को इस कूल डूड ने पसीना पसीना कर दिया था...फिर अन्दर से घबराये लफंदर बाबा ने कूल डूड से पूछा ..
लफंदर बाबा :- ह्म्म्म्म ...यह मुझे लोटा और टोंटी क्यों नज़र आ रही है ? आँख खुलते ही सबसे पहला काम क्या करते हो ?
कूल डूड :- वही ....फेसबुक बाबा !
लफंदर बाबा :- नहीं.....बच्चा....पहले शौचालय फिर फेसबुक ! नहाइये धोइये ...फिर शुरू होइये ...(अब बाबा के हाथ का एंगल बढ़ने लगा था)
कूल डूड :- जैसी आज्ञा बाबा !
लफंदर बाबा :- एक बात और.....
कूल डूड :- जी बाबा जी ...
लफंदर बाबा :- फेसबुक आन करने से पहले Deo स्प्रे ज़रूर लगाना ! और वो भी Musk वाला, Musk नहीं हो तो लेवेंडर भी चलेगा...लड़कियों को यही दोनों ज्यादा पसंद हैं, कृपा अवश्य होगी !
कूल डूड :- अवश्य बाबा .....!
और अंत में लाफ्रंदर बाबा का हाथ पूरे 90 डिग्री के एंगल पर आया और उन्होंने कृपा उस कूल डूड की और फेंकी.....जिसे लपक कर वो पीछे कुर्सी पर जाकर बैठ गया....और अपना खाली पर्स खोल लिया....ताकि...इधर उधर से आ रही कृपा से उसका बटुवा भर जाए....और अगले लफंदर दरबार में आने की फीस का जुगाड़ हो जाए !
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