बुधवार, 21 दिसंबर 2011

जय हो टी.वी. बाले बाबाओं कि~~~~~!!

आज कल सुबह-सुबह आँख खोलो और अगर सोच लो की भगवान का दर्शन कर लें तो वो बड़ा मुश्किल है,  आजकल तो भगवान से ज्यादा ऊँचा दर्ज़ा आज कल के टीवी वाले बाबा लोगों को मिल गया है. आज कल चैनलों पर बाबा का प्रवचन एक फैशन सा हो गया है. अब तो अलग अलग धर्मों के लिए अलग-अलग बाबा हो गए हैं. कोई हिन्दू धर्मं का तो कोई सिख धर्मं की बातें करता है. धर्म का प्रसार और प्रचार करने वालों ने हमेशा भगवान को एक माना है, पर इन लोगों ने तो पूरी तरह से भगवान को जगह-जगह अलग-अलग समय में भी बाँट दिया है,  ये बाबा लोग खुद तो ईश्वर को एक ही बताते हैं पर ये खुद अलग-अलग हो गए हैं...!

सुबह-सुबह सोकर उठने के बाद बस अलग-अलग चैनल पर आपको अलग-अलग बाबा अपना प्रवचन सुनाते मिल जायेंगे. आज ये स्टेट्स सिम्बल भी हो गए हैं. अब तो हमारी मीडिया भी इन बाबा लोगों को प्रमोट करती नज़र आ रही है. न्यूज़ दिखाने वाले चैनलों ने भी इनको अपनी एक नयी तस्वीर पेश करने के लिए रख लिया है. आज बाबा लोग एक ऊँचे से मंच पर बैठ जायेंगे और खूब ढेर सारे लोगों की भीड़ उनके सामने बैठी होगी और पूरे मन से वो उसी प्रवचन में लीन रहती हैं. और बाबा लोगों से अगर फुर्सत मिले तो एक नए फैशन के तौर पर कुछ बाबा लोग अपने उत्पाद बेचते मिल जायेंगे. कहीं महालक्ष्मी श्री यन्त्र पूजा से सम्बन्धित, तो कहीं कोई औषधि का प्रचार....बहुत ज्यादा हुआ तो कुंडली का विश्लेषण करते अगले चैनल पर पंडित जी लोग मिल जायेंगे..! कोई वास्तु का ज्ञान बघार रहा है, तो कोई टेरो कार्ड से आपका जीवन सफल करने का दावा करता नज़र आ रहा है...!
आखिर ये सब क्या है ? पूरी तरह से दिशा भ्रमित करने का आसान तरीका ही तो है. आज यह चेनल्स और बाबा लोग आम जनता के संवेदनाओं की क़द्र न करते हुए ये लोग आराम से अपने कार्यक्रम को बढ़ावा देते हैं. आज भोली-भाली जनता इस तरह के बहकावे में आ जाती है और पूरी तरह से धोखा खाती है. ज़िन्दगी से दिशाभ्रमित हो जाने वाले लोग इस मकड़जाल में फंसते चले जा रहे हैं...!
आज के सूचना क्रान्ति के दौर में यदि पढ़े लिखे लोग भी ऐसे अंध विश्वासों और बाबाओं के प्रोग्राम देखते और फ़ोन करके समस्याओं के समाधान पूछते नज़र आये तो यह एक अचम्भे वाली बात ही होगी, मीडिया भी ऐसे Paid बाबाओं के प्रोग्राम का  खूब महिमामंडन करते हैं...क्या कभी इन चेनल वालों ने किसी वैज्ञानिक को नियमित समय पर किसी प्रोग्राम में बुलाकर सामजिक विकास और आम जन के विकास में योगदान देने वाली खोजों और अविष्कारों पर कोई कार्यक्रम रखा है  ?? नहीं क्योंकि कोई भी वैज्ञानिक या scientist ऐसे कार्यक्रमों के लिए इन चेनल वालों को पैसे क्यों देगा...जबकि बाबाओं के पास इंतना पैसा है कि यह जब चाहें जिस चेनल पर भी चाहें अपने लिए कोई भी Time Slot खरीद लेते है..! अभी भी समय है कि आप और हम सब मिल कर ऐसे ढोंग और अंधविश्वासों से पर्दा उठाने के लिए आगे आयें....!!

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