रविवार, 3 मार्च 2013

देश को चाहिए एक आक्रामक भारतीय साइबर आर्मी~~~!!

पिछले दिनों...बिना एक भी गोली चले, लाठी चले, कई राज्यों में अफरा तफरी और भगदड़ का नज़ारा देखने और पढने को मिला...पूर्वोत्तर राज्यों के हजारों लोग आतंक और डर के मारे अपने काम धंधे, पढ़ाई और नौकरियां छोड़ कर पलायन कर गए.... इसके मूल में सीमा पार से की गयी साइबर खुराफात थी...सूचना क्रांति के इस दौर में Cyber Intelligence के मामले में हमारा देश अभी अन्य देशों से काफी पीछे है. पडोसी देश पाकिस्तान और चीन यदि साइबर हमले या खुराफात करते हैं तो इससे निबटने के लिए कोई ठोस कार्य योजना अभी देश में नहीं है...केवल सोशल साइट्स को  हड़काने या रोक लगाने के !
भारत में जिस तेजी से इंटरनेट लोकप्रिय हो रहा है उस तेजी से देश में साइबर सुरक्षा तकनीक  विकसित नहीं हो रही है जहाँ देश में लोग और खासकर युवा पीढ़ी बहुत तेज़ी से सोशल नेटवर्किंग साइट्स की और आकर्षित हो रही है, वहीँ देश के दुश्मन भी इन सोशल साइट्स को हथियार बना कर देश की सुरक्षा में सेंध आसानी से लगा रहे हैं, पिछले दिनों हुयी घटनाएं इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं, कई बार सुनने और पढने को मिला है  की चीनी हेकरों ने फलाँ फलाँ विभाग की वेब साइट्स को हेक कर लिया,   देश में साइबर निगरानी या इस प्रकार के साइबर अपराधों की निगरानी, दण्डित करने  या रोकथाम के लिए कोई विशेष कार्य दल नहीं है, इस प्रकार के साइबर हमलों का जवाब देना तो दूर की बात है,  बचने के तरीके ही नहीं है,  जहाँ एक और चीन में साइबर आर्मियाँ बनी हुई हैं...वहीँ दूसरी और उसने अपना एक साइबर बेस हेडक्वॉर्टर भी शुरू कर दिया है, जिसका कार्य हर तरह के साइबर खतरों और इससे जुड़े मुद्दों से निबटना है !

कहा जा रहा है कि नए ज़माने की लड़ाई अप्रत्यक्ष रूप से यानी साइबर स्पेस में लड़ी जानी है....जिसमें बिना किसी हथियार के ही किसी देश के सुरक्षा तंत्र, संचार, उर्जा और सैन्य क्षेत्रों को तहस नहस कर दिया जाएगा.... सूचना क्रांति के इस दौर में  जब सब कुछ इंटरनेट और संचार नेटवर्कों पर निर्भर हो गया है, अपने साइबर इंफ्रास्ट्रक्चर को सुरक्षित रखना और साइबर हमलों को रोकना राष्ट्रीय प्राथमिकताओं में शुमार होना चाहिए !

भारत पर लगातार कई बड़े  साइबर हमले हुए  हैं और ऐसे समय में हमें अपनी एक आक्रामक भारतीय साइबर आर्मी की जरूरत है.. सॉफ्टवेयर क्षेत्र में तेज़ी से बढ़ते युवा और  कुशल सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की इतनी बड़ी आबादी होने से हमारा देश  दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा बड़ी और बेहतर आक्रामक साइबर आर्मी तैयार करने में सक्षम है, अभी भी समय है, Cyber Intelligence और देश के साइबर इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत बनाया जाए, और कुशल सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को लेकर एक सशक्त और आक्रामक भारतीय साइबर आर्मी बनाई जाए..जो न केवल साइबर हमलों को रोकने में सक्षम हो बल्कि उन साइबर हमलों का मुंह तोड़ जवाब भी दे सके....तभी हमारा देश भविष्य में साइबर स्पेस में गर्व और शान से अपना झंडा फहराएगा....!!
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Friday August 24, 2012)

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